5 मौके जब सहवाग ने विपक्षियों के साथ स्लैजिंग की

अख़्तर और सहवाग की दुश्मनी काफी मज़ेदार रही है

दुनिया में सहवाग जैसा दूसरा कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं था, जो अपना दिन होने पर चेहरे पर हल्की मुस्कान के साथ विपक्षियों की बखिया उधेड़ देता था। तेंदुलकर के मना करने के बावजूद भी मुल्तान टेस्ट में छक्का लगाकर अपना तिहरा शतक पूरा किया था, जिन्हें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज गेंदबाज़ ग्लेन मैग्रा दुनिया का सबसे अप्रत्याशित बल्लेबाज़ मानते हैं। उनकी महानता उनकी क्षमता थी, जब वह शांत तरीके से सबको अपनी बल्लेबाज़ी से भौचक्का कर देते थे। लेकिन ऐसा भी समय आया है जब सहवाग शब्दों की जंग में मैदान में शामिल रहे हैं और इस माइंड गेम में भी सहवाग मास्टर थे। यहाँ हम उन 5 मौकों का जिक्र कर रहे हैं, जब सहवाग मैदान पर शाब्दिक जंग में शामिल रहे:

#1 शोएब अख्तर(एक अवार्ड फंक्शन में उन्होंने इसका जिक्र किया था)

[caption id="attachment_16288" align="alignnone" width="575"] अख़्तर और सहवाग की दुश्मनी काफी मज़ेदार रही है[/caption] साल 2010 में सहवाग ने एक आवर्ड फंक्शन में शोएब अख्तर के साथ हुए उनके शाब्दिक जंग के बारे में लोगों को बताया। अख्तर सहवाग को बाउंसर मार रहे थे और उनके पास आकर कहते "हुक मारकर दिखा।" जवाब में सहवाग ने अख्तर से कहा, "वो तेरा बाप खड़ा है नॉन स्ट्राइकर एंड पे, उसको बोल वह मारके दिखायेगा।" सहवाग ने तेंदुलकर को ये बात बतायी और कुछ देर बाद सचिन ने अख्तर की गेंद पर हुक करके छक्का मारा। उसके बाद सहवाग ने अख्तर से कहा,"बेटा बेटा होता है, बाप बाप होता है।" हालाँकि सहवाग ने उस मैच के बारे में नहीं बताया, जिसे बाद में शोएब अख्तर ने मनगड़ंत किस्सा बताया और इसे झूठ करार दिया। हालाँकि इसकी कोई ऐसी रिकॉर्डिंग भी नहीं है जिससे इसकी सत्यता जांची जा सके है। एक और ऐसी ही घटना के बारे में सहवाग ने बताया कि जब वह 2003-04 में मुल्तान टेस्ट में बल्लेबाज़ी कर रहे थे। तब अख्तर उनसे बार-बार स्ट्रेट ड्राइव करने को कह रहे थे। तभी सहवाग ने कहा, "तू बोलिंग कर रहा है या भीख मांग रहा है।" जिसको पाकिस्तानी फील्डरों ने सुना भी और उन्होंने सहवाग की शिकायत भी की थी।

#2 माइकल क्लार्क(भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2003-04)

[caption id="attachment_16287" align="alignnone" width="633"]ये कमेंट काफी फेमस हो गया था ये कमेंट काफी फेमस हो गया था[/caption] कॉमेडी नाइट्स विद कपिल के शो में सहवाग ने बताया कि कैसे 2003-04 सीरीज के दौरान क्लार्क से उनकी शाब्दिक जंग हो गयी थी। जब तेंदुलकर बल्लेबाज़ी तो कर रहे थे, लेकिन वह पीठ दर्द से परेशान थे। और माइकल क्लार्क उन्हें लगातार क्रिकेट का बुड्डा खिलाड़ी कहे जा रहे थे। तब सहवाग नॉन स्ट्राइकर एंड पर थे और उन्होंने क्लार्क से उनकी उम्र पूछी। क्लार्क ने बताया 24, फिर सहवाग ने उनसे कहा कि जितनी तुम्हारी उम्र उससे दो गुना उन्होंने टेस्ट और वनडे में शतक बनाये हैं। लेकिन फिर भी क्लार्क लगातार सचिन पर स्लेज किए जा रहे थे। तब सहवाग ने क्लार्क से उनका निकनेम पुछा तो उन्होंने बताया कि उनके साथी उन्हें "पप" कहकर बुलाते हैं। गुस्से में सहवाग ने उनसे पुछा "तुम्हारी ब्रीड क्या है?" उसके बाद क्लार्क ने तेंदुलकर पर स्लेज करना बंद कर दिया।

#3 पॉल हैरिस(भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2008)

[caption id="attachment_16286" align="alignnone" width="660"]पॉल हैरिस को भी सहवाग ने स्लैज किया था पॉल हैरिस को भी सहवाग ने स्लैज किया था[/caption] स्लेंजिंग में कोई जरूरी नहीं की सिर्फ शाब्दिक वार हो। ये अपने विरोधियों को चुनौती देना भी माना जाता है। अपने खेल की विशेषता में बहुत ही कम बल्लेबाज़ माहिर होते हैं। सहवाग कहते हैं कि जब वह चेपक स्टेडियम पर 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 291 रन पर खेल रहे थे। तो उन्हें पॉल हैरिस लगातार पैड पर गेंद करा रहे थे। जिससे वह बोर हो रहे थे। उन्होंने हैरिस को चुनौती देते हुए कहा कि अगर तुम मुझे राउंड द विकेट गेंद डालो तो मैं छक्का मारूंगा। सहवाग ने हैरिस से कहा कि तुम राउंड द विकेट गेंद डालकर दिखाओ मैं तुम्हारे पहली गेंद पर छक्का मारकर दिखाऊंगा। हैरिस ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए, लॉन्ग ऑन, डीप मिडविकेट और लॉन्ग ऑफ की फील्डिंग सजाकर सहवाग को राउंड द विकेट गेंद फेंकी। सहवाग भी अपनी जुबान के पक्के थे और उन्होंने हैरिस की पहली ही गेंद पर स्ट्रैट छक्का मारा।

#4 जेम्स पैटीसन(भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2011)

[caption id="attachment_16285" align="alignnone" width="580"]सहवाग सहवाग[/caption] सहवाग और पैटीसन के बीच 2011 में पहले टेस्ट के दूसरे दिन इस बात को लेकर विवाद हो गया जब पैटीसन बार-बार सहवाग के रास्ते में आ जाया करते थे। सहवाग ने उनकी एक गेंद को फ्लिक करके रन ले रहे थे, कि वह एक बार फिर उनके रास्ते में आ गये। इसपर सहवाग ने उनपर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की, इस विवाद में उसी वक्त पीटर सिडल भी आ गये। इसको लेकर सहवाग इतने नाराज हो गये कि उन्होंने सिडल को बल्ले के इशारे से कहा कि अपनी फील्डिंग पोजीशन पर जाने को कहा। मामले को बढ़ता देख अंपायरों को बीच-बचाव में आना पड़ा और उसके बाद जाकर मामला शांत हुआ। ये पूरी तरह से मियाँदाद और डेनिस लिली की भिड़ंत जैसा हो गया था।

#5 हरभजन सिंह(आईपीएल)

[caption id="attachment_16284" align="alignnone" width="650"]सहवाग सहवाग[/caption] अभी हाल में हरभजन सिंग ने Rediff.com को दिए अपने एक इंटरव्यू में अपने पुराने अनुभवों को याद करते हुए सहवाग से अपने दोस्तना शाब्दिक जंग के बारे में बताया। हरभजन ने बताया की आईपीएल के एक मैच के दौरान वह सहवाग को गेंद कर रहे थे,सहवाग ने उनकी पहली गेंद पर मिडऑफ की तरफ खेलकर दो रन बनाये और अगली गेंद पर चौका जड़ा। फिर उसने अगली गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन मैंने गेंद पैड पर कर दी। जिससे वह एक भी रन न बना सके। इसके अगली गेंद पर वह एक रन लेते हुए भज्जी को जब क्रॉस कर रहे थे। भज्जी ने सहवाग से पुछा, क्या हुआ वीरू तुम तो हर गेंद पर बड़ा शॉट खेलते थे। तब सहवाग ने कहा कि मैं तुम्हें बड़े शॉट मार सकता हूँ, और ऐसा मैंने नेट प्रैक्टिस में कई बार किया भी है। लेकिन मुझे पता है, तुम अच्छी गेंदबाजी कर रहे हो, जिसे डिफेंड करने में मुझे मुश्किल हो रही है। सहवाग को ये बहुत अच्छे से पता था कि उन्हें अपने पुराने साथी से कैसे व्यवहार करना है। उन्हें अपने विपक्षी की भी कद्र करना आता था। लेखक-दीप्तेश सेन, अनुवादक-मनोज तिवारी